Friday, May 20, 2011

प्रसन्न भारत अभियान

जब हंसने की कोशिश होगी, आँखों में उम्मीद जगेगी!


धवल चाँद की किरणें होंगी, और ख़ुशी की जोत जलेगी!

मन बदलेगा, तन बदलेगा, और अपना जीवन बदलेगा,

झूम उठेगा "महेश" ये उपवन, और प्रेम की हवा चलेगी!



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